- • गुरू की शरण में जाने से पूर्व ध्यान रखने योग्य नियम 823
- विचार-अंश-निर्णय 824
- (ज्ञान व आचरण की परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर अधिकार व कर्त्तव्य निर्धारण तथा वरिष्ठता की श्रेणियाँ)
- • सत्याग्रही 825
- • दीक्षा-प्रवेश व सत्यमित्र 826
- • ग्रंथी अथवा न्यायिक व्यवस्था में पक्षकार व न्यायाधीश 829
- • दर्शनशास्त्री अथवा आचार्य 830
- आदेश
- • धर्म-शिक्षा हेतु गुरू की आवश्यकता व नियम 832
- • आचार्य-प्रमुख की नियुक्ति 834
- श्री समय-सतवाणी 835
- (अक्षर-ज्ञान को अक्षय बनाने में गुरू की भूमिका)
- 10 श्री दर्शन-प्रकाश प्रसंग 837
- श्री समय-सतवाणी 837
- (ज्ञान-प्रकाश की प्राप्ति, शोध-अनुसंधान व विस्तार)
- प्रसंग
- • वर्तमान समय की आवश्यकता की पूर्ति हेतु श्री सनातन सत्य धर्म का अवतरण 839
- • दर्शन दान महादान 840
- • सम्पूर्ण आस्था व विश्वास के साथ ज्ञान प्राप्ति 840
- • दर्शन प्रकाश प्रक्रिया 848