- • जुये से सम्बन्धित आदेश 1023
- • अव्यवस्था से निर्लिप्तता सम्बन्धित आदेश 1024
- • व्यवस्था में अपराध से सम्बन्धित आदेश 1026
- • सामान्य व्यवहार-आचरण से सम्बन्धित आदेश 1027
- 23 श्री व्यक्तिगत चरित्र निर्माण प्रसंग 1050
- (व्यक्तिगत जीवन मंे आध्यात्म, व्यवहार-व्यापार व निजी क्रिया-कलापों से सम्बन्धित महाबोध के आदेष)
- 24 श्री पुण्य प्रसून पुरोधा प्रसंग 1102
- (युवा पुत्रों के आदर्श आचरण हेतु श्री जी का तथ्यात्मक संदेश)
- आदेश
- • परमपिता की पुत्रों से अपेक्षा 1104
- • उर्जा का संचय व सदुपयोग 1104
- • संयम व भौतिक इच्छाओं पर संतुलन 1105
- • चरित्रवान रहो मानस से भी, शरीर से भी 1106
- • रति मात्र नियति प्रधान उद्देश्य हेतु 1107
- • उपासना करो 1121
- • उत्तम आचार्य के सानिध्य में ज्ञान प्राप्त करो 1123
- • अपनी रूचि के अनुरूप आय-अर्जन-साधन उपजाओ 1126
- श्री समय-सतवाणी 1130
- • सद्-दिशा-गमन, उपासना व ज्ञान प्राप्ति कर मानस को पवित्र करो 1130
- • स्त्री-रक्षा के लिये यथा संभव प्रत्येक प्रयास करो 1131