- 98 श्री हिंदु महालयम 1959
- (हिंदु स्वाभिमान की राजधानी)
- • अपनी-अपनी उपासना पद्वतियों व मान्यताओं को सुरक्षित रखते हुये हिंदुत्व के समग्र चिंतन व विकास हेतु सभी घटकों को
एकीकृत करना - • श्री हिंदु महालयम् की स्थापना व व्यवस्था से सम्बन्धित नियम 1963
- 99 परिचय 1965
- (ग्रंथ रचनाकार सत्यमित्र रजत भारती का जीवन-परिचय व जन्म से लेकर वर्तमान तक की यात्रा)
- 100 पुर्नआप्ति 1976
- श्री समय सतवाणी समापन 1978
- (धारणा वर्तन व परावर्तन एक परम्परा सदैव ही आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन व उसकी स्वीकार्यतो)